सूजी के चटपटे गोलगप्पे ( Golgappe ) व हाजमेदार पानी

सूजी के चटपटे गोलगप्पे

गर्मी आ गई है। हर गली-नुक्कड़ पर गोल गप्पों के ठेलों पर भीड़ बढ़ने लगी है गोल गप्पे का नाम सुनते ही बचपन की याद आ जाती है वो उम्र ही और होती है ठेले के पास खड़े होकर एक और एक और का दौर चलता रहता था लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर दुकान पर अलग-अलग टेस्ट वाले गोल गप्पों के नाम में भी इतनी ही वैराइटी है भारत में ही लोग इसे कई नामों से पहचानते हैं नॉर्थ इंडिया में इस डिश को ' गोल गप्पे ' नाम से जाना जाता है नॉर्थ इंडिया के गोल गप्पों का टेस्ट काफी कुछ एक जैसा होता है और बाकी जगहों से अच्छा भी ...यहां इसे मीठी चटनी के साथ लेते हैं और तीखे पानी में पुदीने, इमली के अलावा कई मसाले मिलाए जाते हैं कई जगहों पर गोल गप्पे गोल न होकर लंबे भी होते हैं यह डिश भारत और दुनिया में सबसे ज्यादा पॉप्युलर ' पानी पूरी 'नाम से महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और नेपाल के कुछ हिस्सों जानी जाती है पूर्वी भारत- पश्चिम बंगाल, असम, बिहार और झारखंड में इसे ' पुचका 'नाम से जाना जाता है टेस्ट और कॉन्टेंट की बात करें तो पुचके और पानी-पूरी में काफी अंतर होता है ये साइज में बड़े और कलर में डार्क होते हैं और इनमें उबले आलू की फिलिंग होती है चटनी मीठी के बजाए तीखी होती है। गुजरात के कुछ हिस्सों में इसे' पकौड़ी 'भी कहा जाता है। इसमें सेव और प्याज मिलाया जाता है और पानी को पुदीने और हरी मिर्च से तीखा बनाते हैं। पकौड़ी में स्टफिंग भी काफी ज्यादा होती है। राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में इसे 'पताशी' नाम से जाना जाता है। लखनऊ में पांच अलग-अलग टेस्ट के पानी के साथ मिलने वाले पांच स्वाद के बताशे नाम भी काफी फेमस हैं। इसका पानी सूखे आम से बनाया जाता है। मध्य प्रदेश को होशंगाबाद में गोल गप्पों को 'टिक्की ' कहा जाता है। उड़ीसा, साउथ झारखंड, छत्तीसगढ़, हैदराबाद और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में इसे 'गुप चुप 'नाम से जाता है गोल गप्पों का यह काफी मजेदार नाम है। वजह जब यह मुंह में फूटते हैं तो कुछ ऐसी ही आवाज आती है पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ हिस्सों में गोल गप्पों को भी 'फुल्की 'कहा जाता है इस नाम से इसे काफी कम लोग जानते हैं। गोल गप्पों को यूपी के अलीगढ़ में 'पड़ाका 'नाम से भी जाना जाता है अंग्रेजी में शायद इसके लिए कोई सटीक शब्द नहीं मिला होगा इसलिए लोगों ने पानी-पूरी को 'वॉटर बॉल्स 'नाम से ट्रांसलेट कर लिया। गोलगप्पो के स्वाद का सारा मजा इसके पानी में है चटाखेदार मसाला पानी, उबले आलू मटर से भरे गोल गोल गोलगप्पे को देखकर ही मुंह में पानी आ जाता है यह सूजी से भी बनाये जाते है और आटे से भी आटे से बने गोलगप्पे सूजी गोलगप्पे की अपेक्षा वजन में एकदम हल्के होते हैं फूले कुरकुरे गोलगप्पे बनाना कतई मुश्किल नहीं है गोल गप्पे का स्वाद हर उम्र के लोगों को पसंद आता है गोलगप्पे में कई गुण हैं जो पेट रोगों में हितकारी हैं और प्रसन्नचित्त तृप्ति भी देते हैं इन्हें खाने के लाभ ही लाभ हैं नुकसान एक भी नहीं

आजकल गोलगप्पे के पानी में ज्यादा खट्टे के लिए कई अम्लीय केमिकल और सल्फर तक की मिलावट के मामले सामने आ चुके है गंदे हाथो से इसे खाना भी सेहत के लिए हानिकारक है इसलिए बेहतर है की आप घर पर ही इसे बना कर खाये और बाजार के मिलावट वाले जहर से बचे

 गोलगप्पे बनाने की सामग्री 

500 ग्राम सूजी
चुटकी भर मीठा सोडा
तेल सूजी में मिलाने व तलने के लिए

पानी की सामग्री
 2 लीटर शुद्ध पानी
2 टी स्पून सफेद नमक
2 टी स्पून काला नमक
2 टी स्पून लाल मिर्च
2 टी स्पून पीली मिर्च पाउडर
2 टी स्पून काली मिर्च

 2 टी स्पून जीरा भुना हुआ
2 कप इमली खटाई अथवा आधा टी स्पून सिट्रिक एसिड
300 ग्राम चीनी
आधा कप हरा धनिया व् पुदीना (पिसा हुआ )
चुटकी भर हींग

कितने लोगों के लिए - 10

 गोलगप्पे बनाने की सामग्री विधि

सबसे पहले सूजी को एक बड़ी थाली में छान लें उसमें चुटकी भर मीठा सोडा मिलाएं एक कड़ाई में तेल गरम करें इस तेल को सूजी में मिलाव आटे की तरह गूँथ लें और छोटी -छोटी लोइयां बनाएं इन लोइयों को गीले सूती कपड़े से ढक दे करीब 15 मिनट बाद कड़ाई में रिफाइंड गरम करें एक -एक लोई को चकले पर बेलें और पूरी की तरह कड़ाई में तले और किसी सॉफ्ट कागज पर फैला दें लीजिए तैयार हैं सूजी के गोलगप्पे

 गोलगप्पे का पानी बनाने की सामग्री


सफेद व काला नमक लाल पीली व काली मिर्च व जीरा इन सभी मसलो को आधे गिलास पानी में 5 मिनट के लिए भिगो दे बाकी बचे पानी में इमली या सिट्रिक एसिड मिलाएं चीनी भी घोल दे अब इसमें धनिया पुदीना पेस्ट भी मिलाएं फिर गिलास वाला मसाले का पानी भी मिला दें अच्छे तरह घुल जाएं तो हींग व थोड़ी सी बर्फ भी मिलाएं ठंडा होने पर गोलगप्पे के साथ परोसे अगर नमकीन पानी पसंद हैं तो चीनी न मिलाएं 


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