कच्चे आमो से कई प्रकार के अचार,चटनी और मुरब्बा बनाए जाते हैं जिन्हे हम साल भर तक रख कर खाने के प्रयोग में लाते रहते है ,बच्चो को मीठे अचार और मुरब्बा बहुत पसंद आते है,तो आइये आज आम का मुरब्बा बनाए मुरब्बा बनाने के लिए,बिना रेशे के अच्छे,सख्त आम ही अच्छे रहते है
आम का मुरब्बा बनाने की सामग्री
आम-1 किग्रा (7-8)
नमक -2 छोटी चम्मच
केसर-एक चौथाई छोटी चम्मच (यदि आप चाहे तो ही ले)
चीनी-1 किग्रा
छोटी इलाइची-4-5
आम का मुरब्बा बनाने की विधि
आमो को धो कर,12 घंटो के लिए पानी में भिगो दीजिए,आमो को निकालिये,पानी सूखा लीजिए आमो को अच्छी तरह छील लीजिए,हरा छिलका बिलकुल न रहने पाये छिले हुए आमो से बड़े-बड़े टुकड़े काट लीजिये इन टुकड़े में फोर्क से छेद बना लीजिए एक बर्तन में इतना पानी लीजिए की आम उसमे डूबे रहे,पानी में नमक डाल दीजिये,कटे हुए आमो को इस पानी में डूबा कर,रात भर या 12 घंटो के लिए रख दीजिये नमक के पानी से आम निकाल कर,दो बार धोइये,चलनी में रखकर,पानी निकाल दीजिये किसी बर्तन में इतना पानी गरम कर के रखिये की आम उसमे डूब जाए,पानी में उबाल आने के बाद,आमो के टुकड़ो को पानी में डाल दीजिये,इन्हे 3-4 मिनट तक उबलने दीजिये आमो को चलनी में निकालिये और सारा पानी निकाल दीजिये अब किसी भगोने में आमो के टुकड़ो को केसर और चीनी के साथ मिला कर 2 दिन के लिए रख दीजिये,प्रत्येक 12 घंटे बाद चमचे से अच्छी तरह चला दीजिये चीनी का रस बन गया है,इस घोल को आम के टुकड़ो सहित गैस पर रख दीजिये,10-15 मिनट में चीनी का घोल गाढ़ा हो जाता है (चीनी का घोल इतना गाढ़ा हो जाए की उसे आप चमचे से प्लेट में एक बूंद गिराये और अपने हाथ के उंगली और अंगूठे के बिच चिपका कर देखे,और जब उगली और अंगूठे को अलग करे तो एक तार बनना चाहिए,इसे एक तार की चाशनी बोला जाता है) गैस बंद कर दीजिये
आम का मुरब्बा (mango murabba) बन चूका है,मुरब्बा को ठंडा होने के बाद,इलाइची छिल कर कूट लीजिये और इसे मुरब्बे में मिला दीजिये आम का खुशबू दार मुरब्बा किसी कांच या प्लास्टिक के कन्टेनर में भर कर रख दीजिये,साल भर तक,जब भी आपका मन हो पराठे के साथ मुरब्बा निकाल कर बच्चो को दीजिये,और आप भी खाइये
आम का मुरब्बा (mango murabba) बन चूका है,मुरब्बा को ठंडा होने के बाद,इलाइची छिल कर कूट लीजिये और इसे मुरब्बे में मिला दीजिये आम का खुशबू दार मुरब्बा किसी कांच या प्लास्टिक के कन्टेनर में भर कर रख दीजिये,साल भर तक,जब भी आपका मन हो पराठे के साथ मुरब्बा निकाल कर बच्चो को दीजिये,और आप भी खाइये
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