मटन रोगन जोश (Rogan Josh ) विद मुगलई हांड़ी |
सामग्री Marinating के लिए
बकरे का गोश्त 2 किलो ( 6 व्यक्तियों के लिए ) इस बात का विशेष ध्यान रखे की बकरा ज्यादा बड़ा ( MATURE ) न हो खूब चर्बी वाला 12 किलो के बकरे का गोश्त ठीक रहेगा रोगन जोश मटन विद मुगलई हांड़ी की रेसिपी में मीट की गुणवत्ता अति महत्वपूर्ण है
गाढ़ा दही -150 ग्राम
लहसुन अदरक का पेस्ट - 2 चमच्च
हल्दी -1 चमच्च
मीट को बनाने से एक दिन पहले ले अच्छी तरह धो कर साफ़ करके उसमे गाढ़े दही के साथ लहसुन अदरक के पेस्ट और हल्दी नमक मिला कर सारे गोश्त को अच्छे से मिला ले फिर 8-12 घंटे के लिए फ्रिज में रख दे गोश्त की चर्बी को अलग ही रखे उसे इसमें नहीं मिलाना है अगले दिन दोपहर 12 बजे इसे फ्रिज से निकाल ले लहसुन अदरक का पेस्ट - 2 चमच्च
हल्दी -1 चमच्च
मटन रोगन जोश पकाने के लिए सामग्री और विधि
कुकिंग आयल -150 -250 ML ( आवश्यकतानुसार )
साबुत जीरा -1 चमच्च
तेज़ पत्ता,लौंग इलायची ,दालचीनी इत्यादि खड़े मसाले
प्याज़ बारीक़ कटे -500 ग्राम
धनिया पाउडर -1 चमच्च
जीरा पॉउडर -1 चमच्च
शाही गरम मसाला -10 ग्राम
हल्दी नमक और देगी कश्मीरी मिर्च - 1-1 चमच्च
लाल मिर्च पॉउडर स्वादनुसार
टमाटर बारीक़ कटे हुए 500
मिट्टी की हांड़ी और गोबर से बने उपले
मिट्टी की कोरी हांड़ी को रात भर के लिए पानी में भिगो दे और सुबह उसके बाहर गीली मिटटी का मोटा लेप लगाए ताकि ते आंच की गर्मी से तिड़क कर टूट न जाये
नमक समेत सारे मसाले एक बॉउल में पानी डाल के गाढ़ा पेस्ट बना ले
नमक समेत सारे मसाले एक बॉउल में पानी डाल के गाढ़ा पेस्ट बना ले
एक कड़ाही में तेल गर्म करे जब धुंआ उठाने लगे आंच कम कर थोड़ा ठंडा होने दे साबुत जीरा और सारे खड़े मसाले डाल दे जब जीरा लाल होने लगे तो लहसुन अदरक का पेस्ट का पेस्ट डाल कर अच्छे से भून ले फिर प्याज ब्राउन हो जाये तो पहले से अलग रखी हुई गोश्त की चर्बी डाल दे और उसमे मसाला पेस्ट डाल कर भूने
जब तेल मसाले से अलग होने लगे तो टमाटर डाल कर गलने तक भूने चर्बी धीरे धीरे तेल छोड़ती रहेगी पक जाये तो गैस बंद कर दे
अब अलग से किसी जगह गोबर के कंडे ( उपले ) सुलगा ले और मिटटी की हांड़ी उस पर चढ़ा दे
कड़ाही में पके मसाले में पूरा गोश्त अच्छी तरह मिक्स कर ले और हांड़ी में डाल दे और थोड़ा सा पानी कड़ाही धोने भर का उसमे डाल दे
अब कंडे की आग को धीरे धीरे सुलग़ने दे अगर आंच ज्यादा होने लगे तो उपलों की साइड में पानी के छींटे मार कर आंच को संतुलित करते रहे इस इस बात का ख्याल रखे की आंच ज्यादा तेज़ न हो और हांड़ी को ढक कर रक्खे ताकि धुंए से बची रही और स्वाद ख़राब न हो लगभग 2 या ढाई घंटे में गोश्त गल जायेगा अब उपलों की गर्म राख पर हांड़ी को छोड़ दे 4 से 6 घंटे तक यूँ ही SEASON होने दे हांड़ी को गर्म राख में दबारहने दे और ऊपर से ढक्कन लगा दे
ये डिश रोगन जोश मटन विद मुगलई हांड़ी 7-8 घंटे तक गर्म रहेगी जब मन हो तब रुमाली रोटी या नान के साथ खाये
जब तेल मसाले से अलग होने लगे तो टमाटर डाल कर गलने तक भूने चर्बी धीरे धीरे तेल छोड़ती रहेगी पक जाये तो गैस बंद कर दे
अब अलग से किसी जगह गोबर के कंडे ( उपले ) सुलगा ले और मिटटी की हांड़ी उस पर चढ़ा दे
कड़ाही में पके मसाले में पूरा गोश्त अच्छी तरह मिक्स कर ले और हांड़ी में डाल दे और थोड़ा सा पानी कड़ाही धोने भर का उसमे डाल दे
अब कंडे की आग को धीरे धीरे सुलग़ने दे अगर आंच ज्यादा होने लगे तो उपलों की साइड में पानी के छींटे मार कर आंच को संतुलित करते रहे इस इस बात का ख्याल रखे की आंच ज्यादा तेज़ न हो और हांड़ी को ढक कर रक्खे ताकि धुंए से बची रही और स्वाद ख़राब न हो लगभग 2 या ढाई घंटे में गोश्त गल जायेगा अब उपलों की गर्म राख पर हांड़ी को छोड़ दे 4 से 6 घंटे तक यूँ ही SEASON होने दे हांड़ी को गर्म राख में दबारहने दे और ऊपर से ढक्कन लगा दे
ये डिश रोगन जोश मटन विद मुगलई हांड़ी 7-8 घंटे तक गर्म रहेगी जब मन हो तब रुमाली रोटी या नान के साथ खाये
0 comments: